भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) ने 16 अप्रैल, 2024 को मछली पकड़ने वाली भारतीय नौका (आईएफबी) रोजरी को सफलतापूर्वक बचा लिया। इस छोटे जहाज का इंजन कर्नाटक के कारवार से लगभग 215 समुद्री मील की दूरी पर खराब हो गया था। भारतीय तटरक्षक पोत सावित्रीबाई फुले ने 13 अप्रैल, 2024 को मछली पकड़ने वाली भारतीय नौका रोजरी से प्राप्त हुई एक संकटपूर्ण कॉल का तुरंत जवाब दिया था और फिर जल्द ही प्रतिकूल समुद्री परिस्थितियों के बीच फंसी हुई नौका के साथ संवाद स्थापित किया।
भारतीय तटरक्षक जहाज की बोर्डिंग टीम ने दुर्घटनास्थल पर पहुंच कर उस नाव के और भी परेशानी में पड़ने से पहले ही खराब हो गए इंजन को ठीक करने का प्रयास किया। इसके बाद, मत्स्य पालन विभाग के सहयोग से, तटरक्षक जिला मुख्यालय (कर्नाटक) द्वारा उपलब्ध कराई गई सहायता से मछली पकड़ने वाली नौका को कारवार की ओर ले जाया गया। तत्पश्चात इसे आईएफबी श्री लक्ष्मी नारायण को सौंप दिया गया, जो इसे सुरक्षित रूप से कारवार बंदरगाह तक ले गए।