मुंबई: महायुति में जिन रासपा प्रमुख महादेव जानकर को कोई पूछ नहीं रहा था, उन्हें शरद पवार ने माढा लोकसभा सीट ऑफर की है। अब महायुति में भी उनकी पहुंच बढ़ गई। शरद की घोषणा के बाद उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उप मुख्यमंत्री अजित पवार ऐक्टिव हो गए हैं। शनिवार को दोनों ने जानकर से मुलाकात की और लोकसभा की एक सीट ऑफर की। अब देखना होगा कि महायुति से उन्हें कौन-सी सीट मिलती है।शरद पवार जानकर को जिस माढा सीट से चुनाव लड़ाना चाहते थे, उस पर तो बीजेपी पहले ही उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। अब उनके लिए परभणी की सीट तय मानी जा रही है। इधर, चर्चा यह भी है कि बारामती में अजित की पत्नी सुनेत्रा पवार का बढ़ता विरोध देखते हुए जानकर को सुप्रिया सुले के खिलाफ लड़ाया जा सकता है। जानकर ने 2014 के चुनाव में बारामती लोकसभा क्षेत्र से सुप्रिया के खिलाफ चुनाव लड़ा था। तब जानकर को 4,51,843 वोट मिले थे, जबकि सुप्रिया को 5,21,652 वोट।
इसलिए नाराज थे जानकर
जानकर महाराष्ट्र में धनगर समुदाय के बड़े नेता माने जाते हैं। वह महायुति से इसलिए नाराज थे कि सीटों के बंटवारे में छोटे दलों को पूछा नहीं जा रहा था। बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी सारी सीटें बांट रही थीं, जबकि जानकर राष्ट्रीय समाज पार्टी (रासपा) के लिए माढा और परभणी की मांग कर रहे थे। हालांकि, उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया गया। अगर जानकर के शरद पवार गुट में जाते, तो महायुति को माढा, बारामती और परभणी समेत मराठवाडा की कुछ सीटों पर नुकसान हो सकता था।
दूसरे छोटे दलों का क्या?
जानकर कि रासपा को एक मिलने की चर्चा के बाद महायुति में शामिल अन्य छोटे दलों की उम्मीदें भी बढ़ गई हैं। रामदास आठवले की पार्टी आरपीआई पहले से ही दो सीटें मांग रही है। वहीं, सदाभाऊ खोत की पार्टी रैयत क्रांति संगठन भी पश्चिम महाराष्ट्र में एक सीट की मांग रही है।