महाकाल मंदिर के गर्भ गृह में आग कैसे भड़की? इसके लिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए

उज्जैन: महाकालेश्वर मंदिर के गर्भ गृह में भस्मारती के दौरान आग भड़क गई थी। आग लगने से मंदिर के 14 पुजारी झुलस गए। इसके बाद मंदिर परिसर में अफरातफरी मच गई थी। सीएम मोहन यादव भोपाल में अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर इंदौर और उज्जैन चले गए, वहां अस्पताल में भर्ती पुजारियों का हाल जाना। इसके बाद मंदिर जाकर उन्होंने पूजा अर्चना की। वहीं, सवाल है कि मंदिर के गर्भ गृह में आग कैसे भड़की। सीएम मोहन यादव का कहना है कि गुलाल आरती वाले दीपक पर गिरने के बाद आग भड़की थी। मामले की जांच की जा रही है। वहीं, हादसे के बाद कई सवाल भी उठ रहे हैं।

हर्बल गुलाल की है इजाजत

दरअसल, महाकाल मंदिर के अंदर शिवलिंग का झरण हो रहा है। इसकी वजह से सुप्रीम कोर्ट ने पूजा अर्चना के लिए कई गाइड लाइन तय किए हैं। गर्भ गृह में हर्बल गुलाल की इजाजत है। इसके बावजूद केमिकल वाले गुलाल का इस्तेमाल हो रहा था। मंदिर के प्रशासक और निरीक्षक वहीं पर मौजूद थे फिर भी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए भक्त और पुजारी गुलाल उड़ा रहे थे। घटना के बाद ऐसे तमाम सवाल उठ रहे हैं, जिसकी जांच गठित कमिटी कर सकती है।

पूजा की थाली में गिर गया गुलाल

उज्जैन के कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि आग सुबह 5:50 बजे ल,गी जब पूजा की थाली में गुलाल या रंगीन पाउडर गिर गया, जिसमें जलता हुआ कपूर था। वहीं, मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि आग ‘गुलाल’ में मौजूद रसायनों के कारण लगी होगी।

लपटों में तब्दील हो गई आग

वहीं, उज्जैन के कलेक्टर ने बताया है कि इस हादसे में चौदह पुजारी झुलस गए हैं। आग उस समय लगी जब ‘गुलाल’ पूजा की थाली पर गिर गया, जिसमें जलता हुआ ‘कपूर’ था। बाद में आग फर्श पर पर फैल गयी और लपटों में तब्दील हो गयी। उन्होंने बताया कि कुछ घायलों का इलाज यहां जिला अस्पताल में चल रहा है, जबकि आठ अन्य ने इंदौर में इलाज की मांग की है।

मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए

कलेक्टर ने आगे कहा कि मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं, जो जिला पंचायत सीईओ मृणाल मीणा और अतिरिक्त कलेक्टर अनुकूल जैन द्वारा की जाएगी और तीन दिनों में रिपोर्ट सौंपी जाएगी। वहीं, एक अन्य अधिकारी ने बताया कि यह घटना मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है।

पीएम मोदी ने सीएम से की बात

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर इस घटना को ‘बहुत दर्दनाक’ बताया। मोदी ने कहा कि उज्जैन के महाकाल मंदिर में हुई दुर्घटना अत्यंत पीड़ादायक है। इस हादसे में घायल हुए (झुलसे) सभी श्रद्धालुओं के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से फोन पर भी बात की और घटना के बारे में जानकारी ली है।

कोई भक्त घायल नहीं

अधिकारियों ने कहा कि गर्भगृह के सामने नंदी मंडपम में घटना के दौरान कुछ वीवीआईपी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, लेकिन भक्तों में से किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। वहीं, मुख्यमंत्री ने अपने सारे कार्यक्रम घटना के बाद रद्द कर दिए थे। इंदौर होते हुए वह मंत्रियों के साथ पुजारियों से मिलने उज्जैन पहुंच गए थे। इंदौर और उज्जैन में पीड़ितों से मिलने के अलावा, यादव ने महाकाल मंदिर का भी दौरा किया और पुजारियों और अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने गर्भगृह के सामने पूजा की।

जांच के बाद ही चीजें होंगी साफ

भोपाल में सीएम मोहन यादव ने कहा कि होली के रंगों से बचाने के लिए गर्भगृह की चांदी की दीवारों पर कपड़े लगाए गए थे। उन्होंने कहा कि यह ज्ञात नहीं है कि आग आरती की थाली पर गुलाल गिरने के बाद लगी या फिर गुलाल ने किसी रसायन के साथ प्रतिक्रिया की।उज्जैन में उन्होंने प्रत्येक घायल व्यक्ति को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता और मुफ्त इलाज की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि घायलों को सर्वोत्तम उपलब्ध उपचार निःशुल्क प्रदान किया जाएगा। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए प्रशासन हरसंभव प्रयास करेगा। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता घायलों को सर्वोत्तम इलाज मुहैया कराना है। महाकाल की कृपा से कोई हताहत नहीं हुआ है। यादव के मुताबिक, होली के रंग के कारण घायलों की त्वचा पर जलने के जख्मों का पता लगाने में डॉक्टरों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

बंद नहीं होगी होली खेलने की परंपरा

इस बीच, मध्य प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय इंदौर स्थित सैम्स पहुंचे और महाकालेश्वर मंदिर में हुई घटना में घायल लोगों का हाल-चाल जाना। विजयवर्गीय ने सैम्स का दौरा करने के बाद कहा कि ऐसा लगता है कि सैम्स में सभी घायल खतरे से बाहर हैं, लेकिन वे अगले 24 घंटों तक निगरानी में रहेंगे। हर साल, महाकालेश्वर मंदिर में गुलाल फेंक कर होली मनाई जाती है। हो सकता है कि गुलाल में मौजूद किसी रसायन के कारण आग लगी हो। हालांकि, हम महाकालेश्वर मंदिर में भगवान भोलेनाथ के साथ होली खेलने की परंपरा को बंद नहीं करने जा रहे हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि उन्होंने इस घटना पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री से बात की है। शाह ने लिखा कि स्थानीय प्रशासन घायलों के लिए सभी राहत सुनिश्चित कर रहा है।

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