कानपुर: यूपी के कानपुर समेत उसके आसपास के जिले गर्मी से झुलस रहे हैं। भीषण गर्मी आमजन जीवन को प्रभावित कर रही है। शुक्रवार को कानपुर में अलग-अलग स्थानों पर आधा दर्जन अज्ञात शव मिले। बीती रात तक पोस्टमॉर्टम हाउस में 43 शव रखे हैं। पोस्टमॉर्टम में लाशों का अंबार बढ़ता जा रहा है। जल्दी पोस्टमॉर्टम कराने के लिए तीन अतिरिक्त डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई। इस दौरान दो डॉक्टरों की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें उल्टियां शुरू हो गईं। इसके साथ ही एक डॉक्टर तो बेहोश होकर गिर पड़े।शुक्रवार को सात शवों का पोस्टमॉर्टम किया गया। किसी की भी मौत का कारण हीट स्ट्रोक नहीं दर्शाया गया। किसी की मौत हार्ट अटैक, फेफड़ों की बीमारी को बताया गया। दरअसल अज्ञात शवों को 72 घंटे मर्च्यूरी में रखने का प्रावधान है। ताकि उनकी शिनाख्त हो सके। बीते तीन दिनों के अंदर शहर के अलग-अलग स्थानों पर बड़ी संख्या में अज्ञात शव मिले हैं। हालात यह हैं कि मर्च्यूरी में शव रखने की जगह नहीं है।
शिनाख्त नहीं हो पाई
वहीं, बीते गुरूवार को 24 घंटे में दो दर्जन से अधिक अज्ञात शव मिले थे। अभी इनका निस्तारण भी नहीं हो पाया था। शुक्रवार को शहर में आधा दर्जन अज्ञात शव और मिल गए। यह शव ग्वाटोली, फीलखाना, बिल्हौर, रायपुरवा, कलेक्टरगंज, सचेंडी में मिले हैं। पुलिस ने इनकी शिनाख्त के प्रयास किए। लेकिन शिनाख्त नहीं होने पर शवों को मर्च्यूरी में रखवा दिया गया।
अज्ञात शव रैन बसेरा में रखवाने की मांग
कानपुर में बीते तीन दिनों में इतनी बड़ी तादात में अज्ञात शव मिले हैं कि पोस्टमॉर्टम हाउस में शव रखने की जगह नहीं बची है। पोस्टमॉर्टम हाउस प्रभारी डॉ नवनीत चौधरी ने सीएमओ को फोन पर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। इसके साथ ही जिलाधिकारी से लावारिस लाशों को रखने के लिए रैन बसेरे की मांग की है।