कब पेश होगा महाराष्ट्र का बजट 2025? उपमुख्यमंत्री अजित पवार लेंगे कड़े फैसले, जानें क्या बना रहे योजना

मुंबई: ‘पिछले साल चुनावों के कारण मैं ढीला पड़ गया था। हालांकि आगामी बजट का मकसद अगले पांच सालों में राज्य की यात्रा की नींव रखना है। इसलिए बजट में कठोर निर्णय लेने होंगे। ऐसी साफ चेतावनी महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और वित्तमंत्री अजित पवार ने दी है। अजित पवार ने यह भी कहा कि राज्य के वित्तीय संसाधन बढ़ाने के लिए जिम्मेदार विभागों को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं। दरअसल राज्य विधानमंडल का बजट सत्र 3 मार्च से शुरू होगा। इस सत्र में महायुति सरकार की ओर से अजित पवार बजट पेश करेंगे।

बजट में होंगे कड़े फैसले
अजित पवार ने बताया कि बजट में कड़े फैसले लेने होंगे और राज्य के वित्तीय संसाधन बढ़ाने होंगे। उन्होंने बताया कि इस संबंध में समीक्षा पहले से ही चल रही है। मैं स्वयं प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक बैठकर अलग-अलग विभागों की समीक्षा कर रहा हूं। राज्य की आर्थिक आय बढ़ाने के लिए योजना पर काम चल रहा है। अजित पवार ने यह भी कहा कि इसका प्रतिबिम्ब आगामी बजट में अवश्य दिखेगा।

राजकोषीय घाटे को सीमा के भीतर रखने की चुनौती
राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले ‘मुख्यमंत्री मेरी लाडली बहना योजना’ शुरू की गई थी। सरकार को इस योजना के लिए वित्तीय प्रावधान करना होगा। इसके साथ ही सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के वेतन पर भी भारी खर्च होता है। ऐसे में राज्य में विभिन्न विकास कार्यों के लिए धन भी जुटाना होगा। यह सब करते हुए पवार के सामने राजकोषीय घाटे को सीमा के भीतर रखने की चुनौती भी है।

मीडिया ट्रायल पर दादा की नाराजगी
अजित पवार कहां दिखाई नहीं दे रहे हैं या उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है, अजित पवार कहां चले गए? जैसी खबरें शुरू हो जाती हैं। हमें अपने बारे में ऐसी खबरें दी जाती हैं, जिनके बारे में हम नहीं जानते, सूत्रों का हवाला देते हुए और फिर ‘मीडिया ट्रायल’ शुरू हो जाता है। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मंगलवार को मीडिया की इस तरह की सनसनीखेज रिपोर्टिंग पर नाराजगी जताते हुए कहा कि कानूनी प्रक्रिया जारी रहने के बावजूद ‘मीडिया ट्रायल’ चल रहा है।

मीडिया पर उठाए सवाल
अजित पवार ने कहा कि मीडिया को किसी घटना की सत्यता की पुष्टि करने के बाद ही उसके बारे में खबर देनी चाहिए। उन्होंने खबरों को सनसनीखेज बनाने से बचने की अपील की। मुझ पर 70,000 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया। उस मामले में मुझे बहुत कष्ट सहना पड़ा है। अब तक उन आरोपों की जांच जारी थी। इसलिए मैं पत्रकारों से पता लगाने जा रहा हूं कि ये वास्तविक स्रोत कौन हैं। अजित पवार ने व्यंग्यात्मक टिप्पणी भी की कि उन्हें इन स्रोतों को भी लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार देने में कोई आपत्ति नहीं होगी। पवार ने यह भी विचार व्यक्त किया कि जहां हर जगह नकारात्मक चीजें हो रही हैं, वहीं समाज में अच्छी, सकारात्मक चीजों का भी सामने आना आवश्यक है।

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