वसई मर्डर केस में हुआ चौंकानेवाला बड़ा खुलासा, अनाथ नहीं है प्रेमिका की हत्या करने वाला राेहित

मुंबई: पिछले हफ्ते मुंबई से सटे वसई में प्रेमिका की हत्या करने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस के अनुसार दिनदहाड़े व्यस्त सड़क पर प्रेमिका की बेरहमी से हत्या करने वाले रोहित पाल उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। पुलिस ने के अनुसार वह 12 साल पहले अपने घर भाग गया था। इसके बाद उसके माता-पिता उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले की पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। प्रेमिका आरती की हत्या करने के बाद हत्यारोपी रोहित ने दावा किया था कि वह हरियाणा का रहने वाला है। वह अनाथ है। उसके माता-पिता की मौत हो चुकी है।

व्हाट्सऐप पर साझा की थी फोटो
आरोपी ने पहले भी पुलिस से झूठ बोला था कि उसका नाम रोहित यादव है। बाद में पूछताछ के बाद उसने बताया कि उसका उपनाम पाल था और उसके माता-पिता और दो बहनें थीं। आरोपी के बयान बदलने पर वालिव पुलिस का शक हुआ था। इसके बाद पुलिस ने झूठ का पता लगाने के लिए उसकी तस्वीर जारी की थी। पुलिस यह तस्वीर देश भर में लापता लोगों का पता लगाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले अपने व्हाट्सएप ग्रुपों पर में पोस्ट की थी। अब खुलासा हुआ है कि रोहित उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में लापता के तौर पर दर्ज है। हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार गाजियाबाद पुलिस ने वालिव पुलिस को इस बात की पुष्टि कर दी है। पुलिस ने कहा है हत्यारोपी का असली नाम रोहित पाल है। वह गाजियाबाद पुलिस के रिकॉर्ड में मिसिंग के तौर पर दर्ज है। रोहित ने स्पैनर से हमलाकर करके 18 जून को वसई में पूर्व प्रेमिका आरती की हत्या कर दी थी। यह पूरा वाकया सीसीटीवी में कैद हुआ था।

माता-पिता को किया तलब
गाजियाबाद पुलिस के उत्तर के मुताबिक गुमशुदगी की रिपोर्ट रोहित के पिता ने लिखवाई थी। पुलिस के अनुसार पाल के पिता एक सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करते हैं। वह पत्नी और दो बेटियों के साथ रहते हैं। वालिव पुलिस ने गाजियाबाद पुलिस अनुरोध किया है कि वह पाल के माता-पिता से संपर्क करके उन्हें बयान दर्ज कराने के लिए मुंबई भेजें। पुलिस यह पता लगाना चाहती है कि पाल घर से क्यों भागा? इस बीच इस हत्याकांड में एक और टि्वस्ट आया है। पुलिस ने जिसे मुख्य गवाह बनाया था। वह अभी भी अपना बयान देने नहीं आया है। पुलिस ने कोर्ट में दावा किया है रोहित ने आरती को मारने के लिए पहले तैयारी की थी। यह सिर्फ क्षणभर में उठाया गया गुस्से वाला कदम नहीं था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *