पुणे: पोर्शे कार हिट एंड रन मामले में पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है। क्राइम ब्रांच ने पुणे के दो डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है। डॉक्टरों पर आरोप है कि उन्होंने नाबालिग की मेडिकल रिपोर्ट में गड़बड़ी की और सबूतों से छेड़छाड़ की। क्राइम ब्रांच का दावा है कि इन दोनों डॉक्टर्स ने ही आरोपी की ब्लड रिपोर्ट में हेरफेर की थी। पुणे पुलिस ने घटना में पकड़े गए नाबालिग आरोपी की ब्लड जांच के लिए सैंपल ससुन अस्पताल भेजा था। आरोप है कि दोनों डॉक्टर्स ने मिली भगत से आरोपी के ब्लड सैंपल को किसी दूसरे ब्लड सैंपल के साथ बदल दिया।बीते दिनों शराब के नशे में एक नाबालिग ने अपनी पोर्शे कार से मोटरसाइकिल को रौंद दिया था। इस हादसे में दो इंजीनियरों की मौत हो गई थी। पोर्श दुर्घटना में दो युवा इंजीनियर्स की मौत की घटना ने पूरे देश को हिला दिया।
सीसीटीवी फुटेज से खुला राज
आरोपियों की पहचान अश्विनी कोस्ता और अनीश अवधिया के रूप में हुई है जो तेज गति से पोर्श कार चला रहे थे। गिरफ्तारी के आठ घंटे बाद उन्हें रक्त परीक्षण के लिए ले जाया गया। जांच के बाद पता चला कि आरोपी ने शराब का सेवन नहीं किया था। हालांकि, सीसीटीवी फुटेज और बार के बिल से पता चला कि उसने शराब पी थी।
पुलिस कर रही पूछताछ
अब इस मामले में ससून के दो डॉक्टरों पर नाबालिग आरोपी की रक्त रिपोर्ट में हेरफेर करने का आरोप है। पुलिस ने बताया कि आरोपी डॉक्टर्स के नाम डॉ. अजय तावरे और डॉ. श्रीहरि हार्लोर हैं। पुलिस के अनुसार, डॉक्टर ने नाबालिग आरोपी के खून के नमूने बदल दिए थे। डॉ. अजय तवारे ससून अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक हैं। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है। दोनों को दोपहर में अदालत में पेश किया जाएगा।