मुंबई: लोकल को मुंबई की लाइफलाइन कहा जाता है। गुरुवार को यह डीरेल हो गई।एक ही सप्ताह में तीसरी बार हार्बर लाइन पर लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। गुरुवार को सुबह 8 बजे से 10 बजे के बीच हार्बर लाइन पर ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई। रेलवे के अनुसार, सीएसएमटी के पास 10 किमी प्रतिघंटा की स्पीड का गतिरोध लगाया था, जिसके कारण रेलवे की आवाजाही प्रभावित हुई है। पीक ऑवर्स में ट्रेनों की संख्या अधिक होने से इसका असर ज्यादा दिखाई दिया। सुबह के समय क़रीब 45 मिनट तक ट्रेनें लेट चल रही थीं, जिसके कारण बंचिंग होने लगी। शाम तक करीब 14 सर्विस रद्द करनी पड़ीं।
डीरेल के कारण देरी
इस सप्ताह सोमवार और बुधवार को सीएसएमटी से मस्जिद के बीच एक ही स्पॉट पर दो बार लोकल की ट्रॉली डीरेल हुई। इसके कारण रेलवे को गतिरोध लगाना पड़ा। बुधवार को गतिरोध हटाने के लिए जब परीक्षण किया जा रहा था, तभी खाली रेक की ट्रॉली डीरेल हो गई थी। गुरुवार को कामकाजी दिन होने के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। दोपहर 3 बजे तक हार्बर सहित मेनलाइन की ट्रेनें भी देरी से चल रही थीं।
अधिकारियों ने किया स्पॉट का दौरा
मध्य रेलवे पर ट्रेनों का शेड्यूल बिगड़ने से अधिकारियों की परेशानी बढ़ गई। सूत्रों के अनुसार रेलवे बोर्ड तक बात पहुंचने के बाद आखिरकार गुरुवार को महाप्रबंधक और डीआरएम ने स्पॉट का दौरा किया। गुरुवार सुबह 10:30 बजे के क़रीब महाप्रबंधक रामकरण यादव, प्रिंसिपल चीफ इंजिनियर राजेश अरोड़ा और डीआरएम रजनीश गोयल समेत कई अधिकारी मौक़े का मुआयना करने पहुंचे। सोमवार को हुई डीरेलमेंट की घटना पर रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
ट्रेन से गिरे लोग
मध्य रेलवे पर ट्रेनों की परेशानी के कारण स्टेशनों और लोकल में भीड़ बढ़ने लगी। मंगलवार को ट्रेन में भीड़ के कारण एक 49 वर्षीय यात्री राहुल पुरुषोत्तम अष्टेकर की गिरकर मौत हो गई। अष्टेकर ने डोंबिवली से ट्रेन बोर्ड की थी। बताया जा रहा है कि दिवा और मुंब्रा स्टेशन के बीच ट्रेन से गिरकर उनकी मौत हो गई। पिछले सप्ताह दो अलग-अलग केसों में अवधेश दुबे और रिया राजगोर नाम के यात्रियों की भी भीड़ के कारण ट्रेन से गिरकर मौत हो गई।