नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव की पहले फेज की वोटिंग से पहले BJP ने एक बार फिर कच्चातिवु द्वीप का मुद्दा उठाया है। इसके जरिए BJP दक्षिण में, खासकर तमिलनाडु में कांग्रेस को घेरने और अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रही है। पहले फेज की वोटिंग 19 अप्रैल को होनी है और इस दिन तमिलनाडु की सभी 39 सीटों पर भी वोटिंग होगी। BJP कांग्रेस पर देश की अखंडता, एकता कमजोर करने का भी आरोप लगा रही है। इस तरह चुनाव में एक बार फिर BJP राष्ट्रवाद को मुद्दा बना रही है। टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक खबर का हवाले देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को X पोस्ट पर लिखा कि ये आंखें खोलने वाली और चौंका देने वाली खबर है। नए तथ्यों से पता चलता है कि कांग्रेस ने कैसे संवेदनहीन तरीके से कच्चातिवु दे दिया था। गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट किया कि कांग्रेस ने स्वेच्छा से कच्चातिवु छोड़ दिया और इनको पछतावा भी नहीं है।कच्चातिवु को लेकर BJP के तमिलनाडु अध्यक्ष के. अन्नामलाई की एक RTI के जवाब के आधार पर ही खबर लिखी गई है। अन्नामलाई ने RTI में पाक जलसंधि में इस द्वीप को पड़ोसी देश श्रीलंका को सौंपने के 1974 में तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार के फैसले को लेकर जानकारियां मांगी थी। इस मसले पर जवाहरलाल नेहरू की टिप्पणी का भी जिक्र है कि नेहरू ने कहा था कि उन्हें इस द्वीप पर अपना दावा छोड़ने में कोई हिचक नहीं होगी। के. अन्नामलाई ने X पर एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि श्रीलंका को कच्चातिवु सौंपने में कांग्रेस और DMK की मिलीभगत थी। साथ ही कहा कि जब भी कांग्रेस सत्ता में रही, उसे हमारे देश की सीमा, क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता को सुरक्षित रखने में दिलचस्पी सबसे कम थी।
संसद में पीएम ने पहले भी जिक्र किया था
पिछले साल अगस्त में लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव का जवाब देते हुए भी प्रधानमंत्री मोदी ने इस मसले का जिक्र किया था। तब प्रधानमंत्री ने सदन में तमिलनाडु के आगे श्रीलंका से पहले एक द्वीप कच्चातिवु के बारे में बताते हुए कहा था कि इस टापू को इंदिरा गांधी के नेतृत्व में दूसरे देश को दे दिया गया। BJP प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं और उन्हें लोगों को बताना चाहिए कि न केवल उनकी पार्टी बल्कि उनका परिवार भी इसके लिए जिम्मेदार है।
अरुणाचल-लद्दाख की बात क्यों नहीं: कांग्रेस
कांग्रेस के तमिलनाडु अध्यक्ष के. सर्वपेलुनथगाई ने कहा कि 2014 से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि अगर सत्ता में आए तो हम कच्चातिवु द्वीप वापस लेंगे। उन्होंने 100 से ज्यादा बार कच्चातिवु की बात की लेकिन पिछले 10 साल में इसे लेकर कुछ भी नहीं किया। कांग्रेस नेता ने कहा कि वे अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख की बात क्यों नहीं कर रहे हैं, जहां कई किलोमीटर जमीन चीन ने कब्जा ली है, उस पर वह एकदम चुप हैं।