उत्तर प्रदेश के सीतापुर में 4 दिन से लापता महंत का शव टुकड़ों में बोरी के अंदर बंद पड़ा मिला. इससे इलाके में सनसनी मच गई. मामला मिश्रिख कोतवाली क्षेत्र का है. यहां शुक्रवार को स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी कि इलाके में एक बोरी पड़ी है, उसे काफी बदबू आ रही है. मौके पर पुलिस पहुंची और बोरी को खोला गया. उसमें क्षत-विक्षत हालत में एक शव रखा हुआ था. शव के कई टुकड़े किए गए थे.
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. जांच शुरू हुई तो पता चला यह शव हरदोई निवासी एक महंत का है. महंत के परिवार से कॉन्टेक्ट किया गया. तो पता चला कि महंत बेनीगंज के गिरघरपुर के रहने वाले थे. उनके भतीजे टाईराम ने बताया कि 24 मार्च को महंत मनिरामदास 84 कोसी परिक्रमा में शामिल होने के लिए सीतापुर गए थे.
24 मार्च के बाद से महंत से परिवार का संपर्क नहीं हो पाया. अंतिम बार महंत ने बताया था कि परिक्रमा पूरी हो चुकी है और वो घर वापस लौट रहे हैं. उसके बाद परिवार ने कई बार महंत को फोन किया, लेकिन वो स्विच ऑफ आ रहा था. परिवार ने फिर थाने में महंत की गुमशुदगी का मामला दर्ज करवा दिया. पुलिस ने जांच शुरू की. लेकिन महंत का कोई पता नहीं लग पाया. जिसके बाद शुक्रवार को मिश्रिख इलाके में महंत की लाश मिली.
तीन से चार दिन पहले हुई हत्या
सीओ मिश्रिख राजेश कुमार ने बताया कि मामला हत्या का है. लाश का पोस्टमार्टम करवाया गया तो पता चला कि धारधार हथियार से हमला करते महंत की हत्या की गई है. फिर शव के टुकड़े कर दिए गए. लाश तीन से चार दिन पुरानी है. महंत के परिजनों ने किसी पर भी शक नहीं जताया. कहा कि महंत की किसी से भी कोई दुश्मनी नहीं थी. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. पुलिस का कहना है कि इलाके के आसपास लगे सभी सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा है.
उधर, महंत की मौत के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. वे लोग पोस्टमार्टम के बाद शव को हरदोई ले गए हैं. वहीं, महंत का अंतिम संस्कार किया जाएगा.