उत्तर प्रदेश के हाथरस में मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया। जिले के फुलराई गांव में भोलेबाबा का प्रवचन कार्यक्रम चल रहा था। इस दौरान समापन के बाद अचानक भगदड़ मच गई। कार्यक्रम में शामिल होने आए 134 लोगों की इस हादसे में मौत हो गई। हालांकि प्रशासन ने अभी तक 116 लोगों के नाम सार्वजनिक किए हैं। सैकड़ों भक्त भीषण गर्मी से बेहोश हो गए। बुधवार सुबह ही मौके पर फरेंसिंक टीम जांच के लिए पहुंच गई है। आज सीएम योगी आदित्यनाथ सुबह 11 बजे हाथरस घायलों से मिलने आएंगे। योगी, मोदी, शाह समेत देश भर के नेताओं ने हादसे पर दुख जताया है। पीएम मोदी और सीएम योगी ने मृतक के परिवार को 2-2 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है। घायलों को 50-50 हजार की मदद राशि दी जाएगी।
कैसे हुआ हादसा
एटा के SSP राजेश कुमार सिंह ने बताया कि ‘भोले बाबा’ का समागम हो रहा था और जब समागम का अंत हो रहा था तब उमस काफी थी, ऐसे में लोगों के बाहर निकलते समय भगदड़ मच गई। चश्मदीदों ने बताया कि सत्संग के बाद श्रद्धालु बड़ी तादाद में बाबा के काफिले के पीछे उनकी चरण रज लेने के लिए दौड़े। भीड़ को काबू में करने के लिए पानी की बौछारें फेंकी गईं। लोग भागने लगे, तभी एक-दूसरे पर गिरते गए.. कुचलने से इतनी मौतें हुईं।
आयोजकों और सेवादारों पर एफआईआर दर्ज
हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में मंगलवार को साकार हरि बाबा के सत्संग में मची भगदड़ में अब तक 134 लोगों की मौत हो चुकी है। अभी मौतों का आंकड़ा और बढ़ सकता है, क्योंकि घायलों की संख्या बहुत है। वहीं, अब पुलिस ने आयोजकों और सेवादारों पर एफआईआर दर्ज की है। भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 105/110/126(2)/223/238 में मुकदमा दर्ज किया है।
भोले बाबा का विवादों से पुराना नाता
विश्व हरि भोले बाबा को अनुयायी भोले बाबा के नाम से पुकारते हैं। इनका विवादों से पुराना नाता रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि कासगंज जिले के पटियाली स्थित बहादुर नगर के रहने वाले साकार विश्व हरि भोले बाबा ने 17 साल पहले पुलिस विभाग से नौकरी छोड़कर सत्संग शुरू किया था। भोले बाबा के अनुयायी उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान और मध्य प्रदेश में बड़ी संख्या में हैं।
11 बजे सीएम योगी हाथरस जिला अस्पताल में घायलों से मिलेंगे
सीएम योगी का हाथरस दौरा आज, सुबह 9.30 पर होंगे रवाना,11 बजे करेंगे हाथरस जिला अस्पताल में सत्संग में घायलों से मुलाकात, कई घोषणा भी कर सकते हैं, एक बजे वापस लौटेंगे लखनऊ, कल हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में 121 लोगों की हुई थी मौत, भगदड़ से हुई थी मौत, मृतकों में 7 बच्चे और 100 से ज्यादा महिलाएं, 250 लोग हैं गंभीर रूप से घायल।
हाथरस सत्संग में हुई भगदड़ में मौतों का मामला पहुंचा इलाहाबाद हाई कोर्ट
इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल की गई लेटर पिटीशन। अधिवक्ता गौरव द्विवेदी ने चीफ जस्टिस अरुण भंसाली को भेजा लेटर पिटीशन। लेटर पिटीशन में पूरी घटना की सीबीआई या न्यायिक जांच कराए जाने की मांग की गई है। घटना की जिम्मेदार अफसरों को सस्पेंड करने और 134 लोगों की मौत की जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग। पूरे मामले की जांच स्पेशल इंस्टिगेटिव एजेंसी से कराए जाने का आदेश दिए जाने की भी मांग की गई है। हादसे में घायलों और मृतकों के परिजनों पर उचित मुआवजा दिए जाने की भी मांग की गई है। घायलों को समुचित इलाज की व्यवस्था करने की भी मांग की गई है। कोर्ट अगर इस पत्र याचिका को मंजूर करती है तो जनहित याचिका कायम कर सुनवाई कर सकती है। इस मामले में कोर्ट कोर्ट भी कोई सख्त आदेश दे सकती है।
121 हुई मौतों की संख्या: हाथरस जिला प्रशासन
जिला प्रशासन के अनुसार, हाथरस में हुई भगदड़ की घटना में मरने वालों की संख्या 116 से बढ़कर 121 हुई। हालांकि कुल 134 मौतों की बात कही जा रही है।
खुफिया तंत्र ने पहले ही कर दिया था आगाह
हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में हादसे को लेकर पुलिस के खुफिया तंत्र ने पहले ही आगाह कर दिया था। एनआईयू ने अपने उच्चाधिकारियों को भेजी रिपोर्ट में सवा लाख से अधिक भीड़ जुटने की बात कही थी। रिपोर्ट में अधिक भीड़ होने पर हादसा होने का भी अंदेशा जताया गया, लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदारों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। मंगलवार को सिकंदराराऊ में होने वाले भोले बाबा के सत्संग को लेकर पुलिस के खुफिया तंत्र ने अपनी रिपोर्ट सत्संग से पहले ही तैयार की थी। जिसमें यह कहा गया था कि सत्संग में सवा लाख से अधिक भीड़ जुटेगी। यहां पर एनआईयू ने अप्रिय घटना होने की आंशका भी रिपोर्ट में व्यक्त की थी, लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदारों ने सत्संग में जुटने वाली भी की बात को गंभीरता से नहीं लिया और इसका परिणाम सामने आ गया। सत्संग समापन के बाद हुई भगदड़ में 120 से भी अधिक जान चली गईं। अगर समय रहते अधिकारी खुफिया तंत्र की रिपोर्ट पर ध्यान देते तो शायद इतना बड़ा हादसा नहीं होता।
मुख्य आयोजक देवप्रकाश माथुर पर इन धाराओं में एफआईआर दर्ज
हाथरस प्रवचन समारोह के मुख्य आयोजक देवप्रकाश माथुर पर पुलिस ने BNS सेक्शन-105, 110, 126, 223, 238 में FIR हुई। बाबा अंडरग्राउंड है। मैनपुरी में पुलिस ने उनका आश्रम घेर लिया है। मैनपुरी हाइवे पर उनका दफ्तर है। बताया जा रहा है कि इसी दफ्तर में बाबा छिपे हुए हैं। 2 जुलाई की देर रात पुलिस ने बाबा के दफ्तर को घेर लिया है।
हाथरस में मुख्यमंत्री की सिक्योरिटी में तैनात एनएसजी के कमांडो पहुंचे जिला अस्पताल
मुख्यमंत्री के आगमन से पहले सुरक्षा गार्ड्स ने अस्पताल पहुंचकर सुरक्षा की जांच पड़ताल देखी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज भगदड़ के दौरान घायल हुए लोगों से मिलकर हाल-चाल जानेंगे। हाथरस जिले की सिकंद्राराऊ कोतवाली क्षेत्र के फुलराई में सत्संग के दौरान मची थी भगदड़।
80 हजार की अनुमति थी पर ढाई लाख लोग जुट गए
हाथरस में प्रशासन ने सत्संग के लिए 80 हजार लोगों की अनुमति दी थी, लेकिन करीब ढाई लाख लोग जुटे थे। इतनी भीड़ के लिए मात्र 40 पुलिसकर्मी और दो एंबुलेंस तैनात की गई थी। फायर ब्रिगेड का कोई दस्ता नहीं था। हादसा होने के पौने तीन घंटे बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे। लोगों ने किसी तरह से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। यहां अस्पताल में पहुंचने के बाद लापरवाही दिखाई दी। इससे लोगों में गुस्सा दिखाई दिया।
मैनपुरी में पुलिस ने भोले बाबा को किया हाउस अरेस्ट
खबर आ रही है कि हाथरस कांड के आरोपी बाबा सूरजपाल उर्फ़ भोले बाबा को पुलिस ने मैनपुरी में हाउस अरेस्ट कर लिया है । रात्रि 2 बजे से भारी पुलिस बल मौके पर तैनात है। आश्रम की गतिविधियों पर फिलहाल रोक लगाई गयी है।