महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग का नहीं निकल रहा हल, फिर दिल्ली पहुंचे देवेंद्र फडणवीस, बावनकुले और आशीष शेलार

मुंबई : लोकसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र की सीटों का बंटवारा दो दिन में हो जाएगा। यह कहना है उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का। दिल्ली में चुनाव से संबंधित बैठकों में भाग ले रहे फडणवीस का कहना है कि सीट बंटवारे का काम 80 प्रतिशत पूरा हो गया है। बीजेपी, शिंदे सेना और अजित पवार की एनसीपी के बीच सीट शेयरिंग का काम दो दिन में पूरा हो जाएगा। जानकारी के अनुसार, उप मुख्यमंत्री फडणवीस, प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, मुंबई अध्यक्ष आशीष शेलार शनिवार को दिल्ली पहुंचे। जहां पत्रकारों से बात करते हुए फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में बीजेपी ने अपनी ज्यादातर सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। हम सहयोगी दलों के संपर्क में हैं। जल्द ही वे बाकी उम्मीदवारों की घोषणा कर देंगे। राज ठाकरे के महायुति में शामिल होने पर फडणवीस ने कहा कि अभी वे बस इतना ही कह सकते हैं कि बातचीत चल रही है। अभी निर्णय नहीं लिया गया है।

छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज भी इस लोकसभा चुनाव में ताल ठोक रहे हैं। कांग्रेस ने कोल्हापुर सीट से शाहू महाराज को टिकट दिया है, जबकि सातारा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए उदयन राजे भोसले बीजेपी से उतरना चाहते हैं। इसके लिए वह दिल्ली में डेरा जमाए बैठे हैं।

अजित गुट के साथ खींचतान

उन्होंने कहा कि संभवत: देर रात उनकी मुलाकात गृहमंत्री से हो जाए। सातारा लोकसभा सीट को लेकर अजित पवार गुट और बीजेपी के बीच खींचतान चल रही है। यह सीट एनसीपी की परंपरागत सीट रही है। सतारा सीट पर नरेंद्र पाटील ने दावा ठोक दिया है। उनका कहना है कि पिछले चुनाव में जब सातारा लोकसभा सीट पर उदयनराजे के खिलाफ कोई उम्मीदवार लड़ने को तैयार नहीं था, तब बीजेपी ने उन्हें शिवसेना में जाकर चुनाव लड़ने का आदेश दिया था। चुनाव लड़ा और साढ़े चार लाख वोट मिले। छत्रपति उदयनराजे और मेरे मतों में 30 से 35 हजार का अंतर था। उन्होंने कहा कि उदयनराजे पिछले तीन दिन से दिल्ली में हैं, लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो पा रही है। उन्हें धैर्य रखना चाहिए।

चुनाव आयोग ने 23 करोड़ रुपये जब्त किए

आदर्श आचार संहिता के बीच चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र में कार्रवाई कर 23 करोड़ रुपये नकद जब्त किए हैं। इसके अलावा 17 लाख लीटर शराब पकड़ी है। राज्य के चुनाव अधिकारी एस. चोक्कलिंगम ने दावा किया कि निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए आयोग सतर्क है।

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