कहीं कोई और तो अंदर नहीं फंसा, मलबे की तलाशी का काम शुरू
बता दें कि खाड़ीपार के मूलचंद कंपाउंड में स्थित इस इमारत की पहली मंजिल पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है. इससे ग्राउंड फ्लोर की कपड़े की दुकान में मौजूद माजिद हबीब अंसारी की मौत हो गई. मलबे में कोई और तो नहीं फंसा है, इसे पता लगाने के लिए तलाशी का काम शुरू है. यह दो मंजिला इमारत 30 से 35 साल पुरानी थी. यह एक कमर्शियल इमारत थी. इसमें एक कपड़े का गोडाउन और टेक्सटाइल कंपनी का ऑफिस था.
इमारत को नोटिस भेजा गया था, उस पर अमल नहीं किया गया
भिवंडी में कई जोखिम वाली इमारतें हैं. इस वजह से कई लोगों की जिंदगी रिस्क पर है. लेकिन महानगरपालिका और ग्रामीण प्रशासन का लापरवाही से भरा रवैया इस तरह की दुर्घटनाओं की वजह बनता रहा है. लेकिन इस पर गंभीरता से ऐक्शन नहीं लिया जा रहा. प्राप्त जानकारियों को मुताबिक संबंधित इमारत के जोखिम से भरे होने का नोटिस दिया गया था. लेकिन नोटिस पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई, यह एक बड़ा सवाल है. जो लोग ऐसी जोखिम वाली इमारतों में रह रहे हैं, उनका कहना है कि वे अपने काम धंधे छोड़ कर कहां रहने जाएं?